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Hello Friends Aaj Mai Aap Ke Liye Deshbhakti Shayari Ya Leke Aaya Hu Umid hai Aap Ko Ye Meri Post Bahut Pasand Aayegi
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा।
परबत वो सबसे ऊँचा
हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा ……
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Khoon se khelenge holi,
Agar watan mushkil mein hain,
Sarfaroshi ki tamanna,
Ab humarey dil mein hain,
Aao milkar kare desh ko salam Bolo mera bharat mahan….!!!
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लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा
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खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…
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मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
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जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..
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शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
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अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम भारतीय हैं – जय भारत, वन्दे मातरम
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खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है,,
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जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है
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मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
* जय-हिन्द *
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ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये….
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अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
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इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
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देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
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मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
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लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
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गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है
दिल से तुमको नमन हैं करते
ये आजाद वतन जो दिलाया है
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कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !
हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!
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आन देश की, शान देश की, इस देश की हम संतान हैं !
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !!
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सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ !
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ !!
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जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
क्या लोग थे वो अभिमानी
है धन्य वो उनकी जवानी
जय हिन्द!!
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न पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है,
की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं ……!!!
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देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
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खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
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ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान
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तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।
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तिरंगा है आन मेरी
तिरंगा ही है शान मेरी
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी
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जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग
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अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं
आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं
वंदन करो उन सेनानियों को
जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं
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उड़ जाती है नींद ये सोचकर
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां
मेरी नींद के लिए थीं
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इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
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कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
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कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है….
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उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….
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*चढ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं. जो मिट गये देश पर,
हम उनको सलाम करते हैं..*
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*जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:*
*जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:*
*हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन;*
*मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।*
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*जिसके दिल में , प्यार नहीं, आजादी का ,
हक़दार नहीं. मेरा वतन , गुलज़ार है ,
यहाँ ख़ारों से , इक़रार नही..*
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*अगर मैं जन्म लू दुबारा इंसान में*
*भगवन देना मिट्टी हिन्दुस्तान की*
*होंठो पे गंगा हो हाथो में तिरंगा हो”*
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*अब तक जिसका खून न खौला,वो खून नहीं वो पानी है
जो देश के काम ना आये ,वो बेकार जवानी है*
*बोलो भारत माता की जय.*
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*दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है .
सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं ..*
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*कुछ नशा तिरंगे की आन का है ,*
*कुछ नशा मातृभूमि की शान का है ,*
*हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा ,
नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है ..*
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*मेरी धडकनो में धडकता रहे तु ,
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर तेरा नाम हो मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा।.*
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*आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे ,
शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे , .
बच्ची है जो एक बूंद भी लहू की तब तक भारत माँ का आँचल नीलाम ना होने देंगे !.*
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चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,
देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है
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Itni Si Baat Hawaaon Ko Bataaye Rakhna
Roshni Hogi Chiraagon Ko Jalaaye Rakhna
Lahu Dekar Ki Hai Jiski Ifajat Hamne
Aise Tirange Ko Hamesha Apne Dil Mein Basaaye Rakhna.
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unke hawsle ka bhugtaan kya karega koi….
unki shahadat ka karj desh pr udhar hai….
aap aur ham is liye khushhaal hain Qki….
seema pe sainik shahadat ko taiyar hai……
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ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी बस चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना…
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देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है
भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है……..
भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है……
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आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
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मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
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अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है
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खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है.
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जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है
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जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है.
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मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
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अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
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न मरो सनम बेवफा के लिए,
दो गज जमीन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए,
मरना है तो मरो वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए.
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कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है.
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चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुची थी किनारे पे,
देशभक्तों के खून की वो धरा याद कर लें.
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इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पे मरता है तो हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई ……….!!!
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वतन हमारा ऐसे न छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे न तोड़ पाए कोई,
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है, हम है इसकी शान.
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ये बात हवाओ को भी बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की ..
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना .